टी20 वर्ल्ड कप का मौजूदा संस्करण रोमांच की हदें पार कर रहा है. ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे इस वर्ल्ड कप के सुपर-12 में हर टीम 4-4 मैच खेल चुकी है. इसके बावजूद एक भी टीम सेमीफाइनल का टिकट नहीं कटा सकी है. दो नवंबर को भारत की जीत से सुपर-12 के ग्रुप 2 की तस्वीर कुछ साफ हो रही थी, लेकिन 3 नवंबर को यह फिर उलझ गई. यह उलझन पाकिस्तान की जीत से पैदा हुई है, जिसने दक्षिण अफ्रीका को 33 रन से हराया. इसके साथ ही अब बाबर आजम की टीम भी सेमीफाइनल की रेस में आ खड़ी हुई है. दूसरी ओर, भारत का अगला मैच ‘करो या मरो’ में तब्दील हो गया है.
टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल का समीकरण समझने से पहले टूर्नामेंट का फॉर्मेट जान लेते हैं. टूर्नामेंट की टॉप 12 टीमों को सुपर-12 के 2 ग्रुप में बांटा गया है. ग्रुप-1 में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, आयरलैंड और अफगानिस्तान की टीमें हैं. ग्रुप-2 में भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, नीदरलैंड्स हैं. एक ग्रुप से दो टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगी. भारत की सेमीफाइनल खेलने की संभावना जानने के लिए ग्रुप-2 का पॉइंट टेबल देख लेते हैं.
फिलहाल इस ग्रुप में भारत 6 अंक लेकर पहले नंबर पर है. दक्षिण अफ्रीका 5 अंक के साथ दूसरे नंबर पर है. पाकिस्तान और बांग्लादेश 4-4 अंक लेकर क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर हैं. जिम्बाब्वे (3) पांचवें और नीदरलैंड्स (2) छठे नंबर पर है. सभी टीमों को एक-एक ग्रुप मैच और खेलने हैं. इस तरह ग्रुप की चार टीमें भारत, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और बांग्लादेश सेमीफाइनल की रेस में शामिल हैं.
आइए अब जान लेते हैं कि पाकिस्तान की जीत भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों है. दरअसल, दक्षिण अफ्रीका को हराकर पाकिस्तान सेमीफाइनल की रेस में दमदारी से शामिल हो गया है. अब अगर वह अपना आखिरी ग्रुप मैच बांग्लादेश से जीत ले तो उसके पॉइंट टेबल में 6 अंक हो जाएंगे. पाकिस्तान का नेट रनरेट भारत से बेहतर है. यानी, वह पॉइंट टेबल में भारत से ऊपर पहुंच जाएगा.