Sarso Tel ka Taja Bhav : लंबे समय तक महंगाई की मार आम लोगों को झेलनी पड़ती है। ऐसे में लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है. उत्तर भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सरसों के तेल के रेट में कमी आई है। पिछले कुछ समय से सरसों के भाव थोक में 200 रुपये प्रति लीटर बिक रहे थे, जो अब घटकर 154 रुपये प्रति लीटर रह गए हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरसों का तेल 154 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. बिहार में सरसों का तेल 175 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. सरसों तेल में गिरावट से लोग महंगाई से बचे रहेंगे।
बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सरसों के तेल की सबसे ज्यादा खपत होती है। दक्षिणी राज्य जैसे आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु आदि। नारियल के तेल की सबसे अधिक खपत होती है और महाराष्ट्र और गुजरात में सूरजमुखी के तेल, सोयाबीन, बिनौला, मूंगफली आदि की सबसे अधिक खपत होती है।
जानें शहरों के हिसाब से सरसों तेल का रेट
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सितंबर 2022 को सरसों का तेल 154 रुपये प्रति लीटर बिका। वहीं, दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा में यह 160 रुपये प्रति लीटर बिकता है। जबकि मेरठ में यह 70 रुपये, अलीगढ़ में 144 रुपये और कानपुर में 200 रुपये में बिक रहा है। पिछले कुछ महीनों के दौरान सरसों तेल का भाव 210 रुपये के करीब पहुंच गया था। ऐसे में अब 60 रुपये से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है.Sarso Tel ka Taja Bhav
सीमा शुल्क और सेस में छूट लागू रहेगी
देश में बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने ताड़ के तेल और सोयाबीन के तेल जैसे खाद्य तेलों पर बुनियादी ढांचे और कृषि विकास कर और सीमा शुल्क में 5% की कटौती की थी। यह कटौती सितंबर 2022 तक लागू थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कटौती को अब मार्च 2023 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इससे लोगों को अब महंगे खाद्य तेल से कुछ दिन और राहत मिलेगी।
महत्वपूर्ण सूचना…
यह सारी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से ली गई है और इसकी पूरी जानकारी हमने आपको इस पोस्ट में बताई है। आपको बता दें कि यह दर कभी भी ऊपर और नीचे हो सकती है, इसलिए यह वेबसाइट stbexam.com किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगी।