Bihar Teacher Bharti Latest News-बीपीएससी के द्वारा शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा की शुरुआत बीते गुरुवार से हो चुकी है| मिली जानकारी के अनुसार पहले दिन का प्रश्न पत्र में आए सवाल काफी कठिन रहे| कुछ विषयों के तो सवाल हल करने में अभ्यर्थियों के पसीने निकल आए,आइये डिटेल्स में जानते हैं|
अभ्यर्थियों ने दिए अपना प्रतिक्रिया
छात्रों के द्वारा फीडबैक के अनुसार समसामयिक विषय के सवालों को हल करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अभ्यर्थियों की माने तो दूसरे पाली में सवाल पहले पाली से थोड़े आसान पूछे गए। एग्जाम सेंटर के बाहर निकालने के बाद अभ्यर्थियों की तरह-तरह के प्रतिक्रिया सामने आए हैं।
राजधानी पटना के कल 38 केंद्रों पर 50 हज़ार से भी अधिक विद्यार्थियों का उपस्थिति दर्ज हुआ। परीक्षा देने के बाद केंद्र से निकलते वक्त अभ्यर्थियों ने कहा प्रश्न एनसीईआरटी की कक्षा नवी और दसवीं की किताब से पूछे गए थे। वहीं कुछ प्रश्न 11वीं और 12वीं से भी आया था।
एक नजर प्रथम पाली की ओर
अभ्यर्थियों के द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया के अनुसार प्रथम पाली में इतिहास वी मैथ से 22-22 सवाल पूछे गए थे वही भूगोल से कुल 12 प्रश्न, अर्थशास्त्र से दो और रिजनिंग से आठ वही बात करें विज्ञान की तो कल 26 प्रश्न क्वेश्चन पेपर में आए थे।
प्रथम पाली में जितने भी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया उनके अनुसार इतिहास और मैथ के सवाल को हल करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। एक तो परीक्षा की टेंशन ऊपर से स्टेशन से लेकर परीक्षा केंद्र तक जाम तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए अपने परीक्षा में अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए है।
एक नजर दूसरी पाली की ओर
वही बात करें दूसरी पाली की तो रीजनिंग और मैथ के सवाल क्वेश्चन पेपर में कुल 25 थे। मीडिया कर्मी ने परीक्षा केंद्र से बाहर निकल रहे हैं दो अभ्यर्थी जिनका नाम नैंसी और ममता था उनसे द्वारा पता चला बीएससी ने जो शिक्षा भारती के लिए सिलेबस दिया था,उसके अनुरूप सवाल नहीं पूछे गए थे।
अभ्यर्थियों से बातचीत करते हुए पता चला कि प्रश्न पत्र में आए सवाल को समझना काफी मुश्किल था। जितने भी अभ्यर्थी परीक्षा देकर केंद्र के बाहर आ रहे थे उनके चेहरे से साफ पता चल रहा था कि प्रश्न पत्र देखकर उनके हवे उड़े हुए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार इतना हो सकते हैं कटऑफ
बिहार राज्य के मशहूर परीक्षा विशेषज्ञ डॉक्टर एम रहमान और विपिन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि समान वर्ग का कट ऑफ इस साल 60 से 65 देखने को मिल सकता है वही बात करें ओबीसी जाति से वास्ता रखने वाले लोगों की तो उनका कट ऑफ 60 से 62 फीसदी हो सकता है।
विशेषज्ञ के अनुसार ईवी पुरुष का कट ऑफ 60 फीसदी तो वही समाज श्रेणी की महिलाओं का कट ऑफ 58 नंबर ओबीसी का 50 से 55 और एबीसी का 48 से 52 फ़ीसदी जा सकता है कट ऑफ और आखरी में बात करें एसटी एससी वर्ग से आने वाले छात्रों की तो उनका कट ऑफ 45 से 48 फ़ीसदी तक जाने की अनुमान लगाई जा रही है।